अजय शास्त्री
बीसीआर न्यूज़
- पीओके के साथ सीरिया भी कहना गलत नहीं है मुंबई को, क्योंकि जब राहुल गांधी ने भारत की तुलना सीरिया से की थी तो ना ही उन्हें लिंच किया और ना ही उनका घर तोड़ा गया ?
मुंबई।
महाराष्ट्र सरकार और कंगना रनौत का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है, हर रोज नए नए मसले खड़े हो जाते है, आपको बता दें कि बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) इन दिनों अपने बयानों के चलते सुर्खियों में छाई हैं. सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत मामले में ड्रग्स एंगल सामने आने के बाद एक्ट्रेस ने कई बॉलीवुड सेलिब्रिटीज पर निशाना साध चुकी हैं. यही नहीं बॉलीवुड की पंगा क्वीन महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) से भी पंगा ले चुकी हैं. एक्ट्रेस ने हाल ही में एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने मुंबई की तुलना पीओके से कर दी. कंगना रनौत के इस बयान के बाद उनकी आलोचना शुरू हो गई और शिवसेना (Shiv Sena) संग उनकी जुबानी जंग शुरू हो गई, जिसके बाद बीएमसी द्वारा मुंबई स्थित ऑफिस ध्वस्त कर दिया गया.
इसके बाद एक्ट्रेस कंगना ने संजय राउत, सोनिया गांधी समेत कई राजनेताओं को निशाने पर लिया और अब राहुल गांधी पर उन्होंने निशाना साधा है. एक्ट्रेस ने राहुल गांधी के उस बयान की तुलना अपने मुंबई को पीओके बताने वाले बयान से की है, जिसमें उन्होंने भारत की तुलना सीरिया से की थी. एक्ट्रेस कंगना ने कहा- ‘मैंने कहा कि मुझे मुंबई सुरक्षित नहीं लगती तो मुझे अपशब्द कहे गए, मेरा ऑफिस तोड़ दिया गया.
कंगना आगे कहती हैं- ‘मुझे कहा गया कि मेरा मुंह तोड़ देंगे. मुझे गालियां दी गईं, अभद्र टिप्पणी की गई. मैंने यही कहा था कि मुझे मुंबई पीओके जैसी लग रही है. इसका फायदा उठाया गया, मुझे लिंच करने की कोशिश की गई. मैंने पीओके कहा था, लेकिन मुझे लगता है मुझे सीरिया कहना चाहिए था. क्योंकि जब राहुल गांधी ने भारत की तुलना सीरिया से की थी तो ना ही उन्हें लिंच किया और ना ही उनका घर तोड़ा गया. आखिर इन लोगों के साथ समस्या क्या है?’
कंगना आगे कहती हैं- ‘मुझे कहा गया कि मेरा मुंह तोड़ देंगे. मुझे गालियां दी गईं, अभद्र टिप्पणी की गई. मैंने यही कहा था कि मुझे मुंबई पीओके जैसी लग रही है. इसका फायदा उठाया गया, मुझे लिंच करने की कोशिश की गई. मैंने पीओके कहा था, लेकिन मुझे लगता है मुझे सीरिया कहना चाहिए था. क्योंकि जब राहुल गांधी ने भारत की तुलना सीरिया से की थी तो ना ही उन्हें लिंच किया और ना ही उनका घर तोड़ा गया. आखिर इन लोगों के साथ समस्या क्या है?’