बीसीआर न्यूज़ (अजय शास्त्री/नई दिल्ली): ट्राई (TRAI) की हाल की रिलीज़ के मुताबिक करीब 7 करोड़ यूज़र्स अगर 31 अक्टूबर तक अपना नंबर दूसरे नेटवर्क में पोर्ट नहीं कराते हैं तो उनका नंबर बंद हो जाएगा और दोबारा ऐक्टिवेट नहीं होगा. बता दें कि साल 2018 की शुरुआत में एयरसेल (Aircel) ने कड़े कॉम्पटीशन के चलते अपनी सेवाएं देनी बंद कर दी थीं. फरवरी 2018 में एयरसेल ने ट्राई से यूनीक पोर्टिंग कोड्स (UPC) देने के लिए कहा ताकि उसके कस्टमर्स मोबाइल नंबर को बिना पोर्ट किए सर्विस को जारी रख सकें. TRAI की रिपोर्ट के मुताबिक, वर्तमान में करीब 70 मिलियन (7 करोड़) एयरसेल के यूजर्स हैं. अगर इन्होंने तय तारीख से पहले नंबर पोर्ट नहीं कराया तो इनका नंबर बंद हो जाएगा.
एयरसेल के हैं करोड़ों यूज़र्स-
साल 2018 में जब एयरसेल ने सर्विस बंद की थी तब इसके 90 मिलियन यानी 9 करोड़ यूज़र्स थे. 22 फरवरी 2018 को एयरसेल ने ट्राई से अपने कस्टमर्स के लिए एडिशनल यूपीसी देने को कहा.
28 फरवरी को ट्राई ने एयरसेल को एडिशनल कोड दिया. टेलीकॉम टॉक के मुताबिक उपलब्ध डेटा से पता चलता है कि 28 फरवरी 2018 से 31 अगस्त 2019 के बीच करीब 19 मिलियन एयरसेल कस्टमर्स ने एमएनपी का विकल्प चुना यानी कि अपना नंबर पोर्ट करवाया. अब ट्राई के इस आदेश के बाद एयरसेल और डिशनेट के कस्टमर्स को 31 अक्टूबर तक अपना नंबर किसी अन्य नेटवर्क में पोर्ट करवाना होगा.
जब एयरसेल ने अपनी सर्विस बंद की थी उस वक्त कंपनी ने कस्टमर्स को वेबसाइट के माध्यम से यूपीसी जेनरेट करने की सुविधा दी थी. हालांकि, इस वक्त वेबसाइट काम नहीं कर रही है और अब नंबर पोर्ट कराने के लिए यूज़र्स को मैनुअली यूपीसी जेनरेट करना पड़ेगा.
इसके लिए कस्टमर्स को मैन्युअली नेटवर्क सलेक्ट करने के बाद मैसेज में जाकर टाइप करें PORT टाइप करना होगा उसके बाद अपना एयरसेल मोबाइल नंबर टाइप करके 1900 पर भेजना होगा. कुछ मिनट में आपके नंबर पर यूनीक पोर्टिंग कोड (UPC) आ जाएगा. आप जिस टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर की सेवा लेना चाहते हैं, उसके स्टोर पर जाएं और UPC कोड की मदद से आपका नंबर दूसरे नेटवर्क में पोर्ट हो जाएगा. इस पूरी प्रक्रिया में करीब एक सप्ताह का समय लगता है.