बीसीआर न्यूज़ (अजय शास्त्री/नई दिल्ली): मंगलवार शाम बेंगलुरु के जलाहाल्ली इलाके में एक घर से बड़ी संख्या में वोटर आईडी कार्ड बरामद होने का विवाद बढ़ता जा रहा है. यह इलाका राज राजेश्वरी निर्वाचन क्षेत्र में पड़ता है. इस मामले को लेकर बेंगलुरु में चुनाव आयोग के मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार ने मंगलवार रात को प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की।
कर्नाटक में चुनाव प्रचार अब अंतिम दौर में चल रहा है. इस बीच राजधानी बेंगलुरु में पकड़े गए हज़ारों वोटर आईडी कार्ड से राजनीतिक उठापठक शुरू हो गई है. चुनाव आयोग ने यहां पर 9746 वोटर आईडी कार्ड बरामद किए. इस मामले में चुनाव आयोग ने एफआईआर दर्ज करवाई है, वहीं जांच अभी भी जारी है. दूसरी ओर मुद्दे को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में एक-दूसरे पर आरोप लगाने की होड़ लगी है. इस मुद्दे पर पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा बुधवार को चुनाव आयोग से मुलाकात करेंगे और प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे।
मंगलवार शाम बेंगलुरु के जलाहाल्ली इलाके में एक घर से बड़ी संख्या में वोटर आईडी कार्ड बरामद होने का विवाद बढ़ता जा रहा है. यह इलाका राज राजेश्वरी निर्वाचन क्षेत्र में पड़ता है. इस मामले को लेकर बेंगलुरु में चुनाव आयोग के मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार ने मंगलवार रात को प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की।
उनके अनुसार, राज राजेश्वरी में करीब 4 लाख 35 हजार 439 वोटर हैं, यह वहां की आबादी का 75.43 फीसदी है. पिछली बार रिवीजन के दौरान 28 हजार 825 नाम जोड़े गए थे. इसके बाद अपडेशन के दौरान 19,012 नाम और जोड़े गए थे. इस दौरान 8817 लोगों का नाम हटाया भी गया था।
संजीव कुमार ने बताया कि वह खुद इस घर में गए थे और उन्होंने यहां 9746 वोटर आईडी कार्ड बरामद किए थे. इन्हें छोटे बंडलों में बांधकर और लपेटकर रखा गया था. हर बंडल पर फोन नंबर और नाम लिखा गया था।
बीजेपी के आरोपों पर कांग्रेस ने भी पलटवार किया. मंगलवार देर शाम कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि बीजेपी इस तरह कांग्रेस पर इल्जाम लगाकर अपनी तरफ ध्यान आकर्षित करना चाहती है. सुरजेवाला ने कहा कि यह वोटर आईडी कार्ड ना तो पुलिस ने बरामद किए हैं ना ही चुनाव आयोग ने बल्कि इन्हें बीजेपी कार्यकर्ता ने बरामद किया है।