बीसीआर न्यूज़ (नई दिल्ली): वैश्विक सौंदर्य में भारत को प्रतिनिधित्व करते हुए दूनिया भर में अपने नाम का लोहा मनवाने वाली शहनाज़ हुसैन बीते कुछ माह पहले अपने दूसरे घर लंदन में थी। जहां पर उन्होंने अपने पारंपरिक व्यक्तित्व का परिचय देते हुए कुछ शीर्षतम् कार्यक्रमों में शिरकत की। “लंदन फ़ैशन वीक” और “मिसेज़ इण्डिया 2017, यू. के.” में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए शहनाज़ हुसैन ने कहा कि “हिंदुस्तानी वनस्पति की विरासत आयुर्वेद, जो कई हज़ार वर्षों से हमारे प्राचीन सभ्यताओं का अंग रहा है उसी आयुर्वेद को हमने एक बंद डब्बे में दुनिया के सामने प्रस्तुत किया है। भविष्य में हमने यह सपना संजो रखा है कि दुनिया के हरेक कोने तक आयुर्वेद को पहुँचाना है और जन-जन को इससे लाभान्वित कराना है।”
लंदन मैरियट (रिजेन्ट्स पार्क, लंदन) में आयोजित “मिसेज़ इण्डिया 2017” कार्यक्रम को चार चाँद लगाते हुए वैश्विक सौंदर्य की प्रति मूर्ति शहनाज़ हुसैन ने कार्यक्रम की विजेता “प्राद पुनेकर” के सर को ताज से सुशोभित किया। फिर क्या था, उनके साथ तस्वीर लेने वालों का तांता लगना शुरू हो गया।
“लंदन फैशन वीक” में उपस्थित कई गणमान्यों की सूची में अपनी अलग छवि से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने वाली शहनाज़ हुसैन के साथ थे अमरजीत सिंह (उपाध्यक्ष, शहनाज़ हर्बल, युरोपियन क्षेत्र), नीलम प्रताप रूडी, स्वयं, अनिल खोसला (सीईओ, आइ. एन. आइ. एफ. डी.) और शालिनी कोच्चर।
इसी क्रम में आगे, “भारतीय स्वतंत्रता दिवस” का आयोजन लंदन स्थित जेम्स कोर्ट होटल में किया गया था जहां “भारतीय पत्रकार संघ” के रात्रिभोज के उपलक्ष्य में हार्वर्ड स्कूल की विषय शहनाज़ हुसैन की मुलाकात वहां के सांसद और विदेश सचिव माननीय बॉरिस जॉन्सन से हुई।
अपने अतुलनीय व्यक्तित्व की धनी शहनाज़ हुसैन जहां कहीं भी ठहरती है या पहुंचती है, उनसे मिलने वालों और उनके दीदार को लोगों के तांते लगने शुरू हो जाते है। “भारतीय दिवस” के आयोजन पर उनकी मुलाकात भारतीय दूतावास के उप उच्चायुक्त (एच. ई.) दिनेश के. पटनायक से हुई। वह क्षण अपने आप में बड़ा ही अविरल था जहां एक तरफ़ आयुर्वेद की दुनिया की शहज़ादी और दूसरी तरफ़ भारतीय दूतावास के वरिष्ठतम अधिकारी अपने अपने गरिमामय व्यक्तित्व का महिमामंडन कर रहे थे।
दयानंद वत्स (वरिष्ठ पत्रकार और शिक्षाविद) ने अपने शब्दों में कहा कि ” देश-विदेश में अपने नाम का लोहा मनवाने वाली शहनाज़ हुसैन नें अपने अथक प्रयासों से आयुर्वेद को दुनिया के हर कोने में पहुंचाने का बीड़ा उठाया है। जबसे हमने होश संभाला है तबसे आयुर्वेद और सौंदर्य के क्षेत्र में हरेक की ज़ुबान से एक ही नाम सुनते आ रहे हैं ‘शहनाज़ हुसैन’ । एक भारतीय होने के नाते मैं चाहूंगा कि शहनाज़ हुसैन दीर्घायु हों और सौंदर्य और आयुर्वेद को वैश्विक पटल के नख-शिख तक पहुंचाएं।