November 16, 2024
Mumbai

बीसीआर न्यूज़ (अजय शास्त्री/मुंबई): मुम्बई के गोरेगांव स्थित फिल्मसिटी स्टूडियो के बाहर डटे फ़िल्म और टीवी कामगारों और महिला कलाकारों तथा कामगारों की हड़ताल मंगलवार को 15 वें दिन भी जहां जारी थी और हड़ताली कामगार भारी बारिश में भी हड़ताल पर डटे थे वहीं मंगलवार को मुम्बई में हो रही भारी बारिश और गणपति के पांचवे दिन के विसर्जन को देखते हुए फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलॉइज के प्रेसिडेंट बी एन तिवारी और जनरल सेक्रेटरी दिलीप पिठवा ने इस हड़ताल में शामिल सभी लोगो से दोपहर में निवेदन किया कि सभी लोग अपने घर चले जाएं।यही नही फेडरेशन के पदाधिकारियों ने कई कामगारों को निजी वाहन से उनके घर तक पहुंचाया।ताकि किसी हड़ताली कामगार को किसी प्रकार की दिक्कत न हो लेकिन कुछ हड़ताली कामगार वहां से हटने को तैयार नही हुए तथा कैम्प में डटे रहे।बादमे किसी तरह समझा बुझाकर उन्हें वापस घर भेजा गया।अब बुधवार को फिर सुबह सात बजे से हड़ताली कामगार फिल्मसिटी के सामने हड़ताल में शामिल होंगे।बुधवार को ही फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉयज और फ़िल्म और टीवी निर्माताओं के साथ एक बैठक महाराष्ट्र के श्रम मंत्रालय ने दोपहर 12,30 से मंत्रालय में रखा है।उधर इस हड़ताल के कारण कई फ़िल्म और टीवी शो की शूटिंग पर भी असर पड़ा है।कई फिल्मों में एक्शन सीन और जूनियर आर्टिस्ट के साथ वाली शुटिंग नही हो पारही है।कई जगह जरूरी इक्यूपमेंट नही मिल रहा है जिसमे शूटिंग प्रभावित हो रही है।इस हड़ताल में फ़िल्म और टीवी शो निर्माण से जुड़ी 22 यूनियनें शामिल हैं।

फेडरेशन आफ वेस्टर्न इंडिया सिने इंप्लाईज के प्रेसिडेंट श्री बीएन तिवारी और जनरल सेक्रेटरी दिलीप पिठवा के मुताबिक फेडरेशन लंबे समय से मांग करता रहा है कि आठ घंटे की शिफ्ट होे और हर अतिरिक्त घंटे के लिये डबल पेमेंट हो। हर क्राफ्ट के सभी कामगारों , टैक्निशियनों और कलाकारों आदि की चाहे वह मंथली हो या डेलीपैड, पारिश्रमिक में तत्काल वाजिब बढ़ेत्तरी, बिना एग्रीमेंट के काम पर रोक, मिनीमम रेट से कम पर एग्रीमेंट नहीं माना जायेगा। साथ ही जॉब सुरक्षा , उत्तम खानपान और सरकार द्वारा अनुमोदित सारी सुविधायें और ट्रेड यूनियन के प्रावधान हमारी प्रमुख मांग है। मगर निर्माता हमारी मांग को लगातार नजरअंदाज कर रहे हैं।

बॉलीवुड में काम कर रहे ये कामगार अपना नया एमओयू साइन करवाना चाहते हैं, जिसकी मियाद पिछली फरवरी में खत्म हो चुकी है। ये एमओयू हर ५ साल में साइन होता है। इस बार नए एग्रीमेंट में कामगारों की मांगों में उनका मेहनताना, सुरक्षा, समय पर भुगतान, काम करने की समय सीमा और बीमा शामिल हैं। इनके मुताबिक, इनका मेहनताना ३ से ६ महीने बाद मिलता है। १८-१८ घंटे काम करवाया जाता है। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर फ़िल्म और टीवी कामगार तथा महिला कलाकार और टेक्नीशियन पिछले १४ दिन से हड़ताल पर हैं।इन हड़ताल करने वालों का कहना है जब तक हमारी मांग नही मानी जाती हमारी हड़ताल जारी रहेगी।

फिल्म और टीवी इंडस्ट्रीज में काम करने वाले 2.50 लाख कर्मचारी हड़ताल पर हैं ।

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