मक्का में हज यात्रियों की भगदड़ के दौरान 717 लोगो की मौत और 860 घायल
बीसीआर न्यूज़ (नई दिल्ली): मक्का में हज यात्रा के बीच शैतान को कंकड़ी मारने के दौरान बड़ी भगदड मच गई है. इस हादसे में 717 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है, जबकि 860 हाजी जख्मी होने की खबर हैं.
हज की अदायगी का आज आखिरी दिन है और आज ही मक्का में ईद का दिन है. हाजी आज ही के दिन मीना, मुज़दलफा और मैदान-ए-अराफात से वापसी के बाद जमेरात में शैतान को पत्थर मारने की रस्म अदा करते हैं और इसी दौरान हुई भगदड़ में 717 लोग मारे गए हैं. शुरुआती जानकारी के मुताबिक 860 लोग जख्मी हैं.
इस साल 30 लाख से ज्यादा लोग हज करने गए हैं. ये सभी लोग शैतान को पत्थर मारने की रस्म अदा करती हैं और सऊदी वक्त के मुताबिक दिन के 12 बजे तक जमेरात पर कंकडी मारने का वक़्त होता है इसलिए लोग काफी जल्दबाज़ी में होते हैं.
कैसे अदा की जाती है हज की रस्म पांच दिनों में अदा की जाती ?
एक हाजी फरीद शमसी का कहना है कि प्रशासन की तरफ से काफी अच्छे इंतेजाम थे, जिस रास्ते से पत्थर मारने के लिए जाने का इंतजाम है उससे लौटने की मनाही होती है, लेकिन कुछ लोग उसी रास्ते से वापस आ गए जिससे ये हादसा हुआ है.
हालांकि, सऊदी सरकार की ओर से ये नहीं बताया गया है कि हादसा कैसे हुआ.
शैतान को पत्थर मारने के दौरान हादसे का ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले 2006 में इस तरह के हुए हादसे में 200 से ज्यादा लोग मारे गए थे.
आपको बता दें कि इस साल हज के लिए 1.30 लाख भारतीय हज पर गए हैं. हालांकि, अभी पता नहीं चला है कि इस हादसे में किसी भारतीय की मौत हुई है या नहीं.
इससे पहले 11 सितंबर को जुमे की शाम हुए एक हादसे में 107 लोग मारे गए थे.