बीसीआर न्यूज़ (नई दिल्ली): नोटबंदी के बाद एक जन-धन एकांउट में सितारा देवी नामक महिला ने 40 लाख रुपए जमा किए हैं। जन-धन योजना के एकांउट में सिर्फ बिहार में 2800 करोड़ रुपए जमा हुए हैं। आयकर विभाग ने जब इन मामलों की जांच शुरु की तो यह मामला सामने आया।
सितारा देवी ने देना बैंक की आरा शाखा के जन-धन योजना अकाउंट में 40 लाख रुपए जमा किए हैं। आयकर विभाग की टीम को जब इसकी सूचना मिली तो वो सितारा देवी से पूछताछ करने उसके घर आरा पहुंची। सितारा देवी ने आयकर विभाग के अधिकारियों को बताया कि वो गांव में ही रहती है। घर घर जाकर दूध बेचकर ये पैसा जमा किए हैं। उसके पति छोटू यादव बक्सर जेल में आनाज की सप्लाई किया करते हैं।
आयकर विभाग ने जब सितारा देवी से यह पूछा कि आपके अकाउंट में जो राशि जमा हुई है वो किसके हैं। इसपर सितारा देवी का कहना था की सारे पैसा मेरे ही हैं। हमने एक-एक रुपए बचाकर ये पैसा जमा किए हैं। जानकारी के अभाव में मेरे परिवार के अन्य सदस्यों ने भी अपनी राशि मेरे ही बैंक अकाउंट में जमा कर दी हैं। सितारा देवी के अनुसार उसके परिवार में 60 से ज्यादा लोग एक साथ रहते हैं। फिलहाल आयकर विभाग ने सितारा देवी के अकाउंट को फ्रीज कर पूरे मामले की जांच शुरु कर दी है।
घर में और किसी के भी बैंक अकाउंट हैं या नहीं के जवाब में सितारा देवी ने कहा कि नहीं, सिर्फ मेरा और मेरे पति का बैंक में अकाउंट है। घर के अन्य लोगों के बैंक में अकाउंट नहीं है, इसलिए ही मेरे अकाउंट में सारे लोगों ने अपने पैसा जमा कर दिए थे। फिलहाल आयकर विभाग की ओर से इसकी जांच चल रही है।
आयकर विभाग ने बिहार में जन धन के 972 अकाउंट धारकों को नोटिश भेजा है। इनके अकाउंट में नोटबंदी के बाद एक मुश्त राशि जमा की गई है। विभाग की ओर से इन अकाउंट की जांच शुरू कर दी गई है। माना जा रहा है कि इनमें से कुछ कालाधन सामने आने की संभावना है। बिहार में जन धन योजना के तहत करीब 2 करोड़ 70 लाख बैंक अकाउंट खुले। नोट बंदी के पहले इन अकाउंट में करीब 6 हजार करोड़ रुपए जमा हुए हैं। नोट बंदी के बाद इन बैंक अकाउंट में 2800 करोड़ रुपए जमा हुए हैं।